1200 रु की साइकिल से पिता के साथ 1200 किमी तक का सफर तय करने वाली ज्योति कुमारी की जिंदगी

आज कहानी उस साइकल गर्ल की जिसने अपने पिता को 1200 किलोमीटर का सफर केवल साइकिल पर तय करवा दिया। हम बात कर रहे है बिहार के दरभंगा के रहने वाली ज्योति कुमारी की। ज्योति कुमारी के पिता मोहित पासवान का अभी कुछ दिन पहले ही निधन हो गया है। ज्योति कुमारी वही लड़की है जिन्होंने गुड़गांव में से दरभंगा तक का सफर साइकिल पर तय किया था।

ज्योति कुमारी की बात आपको बताएं तो पिछले लॉकडाउन में उन्होंने अपने पिता को साइकिल पर बैठा कर के गुड़गांव से दरभंगा तक की यात्रा तय की थी। ज्योति कुमारी के पिता रिक्शा चलाते थे, एक दुर्घटना में उनके पिता का घुटना टूट गया था। जिसके बाद वह ठीक से चल नहीं पाते थे। उनके पिता या उनका परिवार कुछ अन्य कमाने का साधन ढूंढ पाता। इतने में 2020 में कोरोनावायरस की वजह से देश में लॉकडाउन लगा दिया गया। जिसके बाद ज्योति के पिता घर चलाने में सक्षम नहीं थे।

कोरोना सहायता योजना से मिली मदद, पहुँची बिहार

इसके बाद लॉकडाउन में उनके पिता को कोरोनावायरस योजना से एक हजार रुपए मिले थे। उन पैसों की मदद से ज्योति ने अपने पड़ोसी से 1200 रुपए में पुरानी साइकिल खरीदी थी। 500 रुपए उन्होंने नगद देकर बाकी वापिस आने पर देने का वादा किया था। 7 मई 2020 को ज्योति कुमारी 1200 रुपए की साईकिल से 1200 किलोमीटर का सफर तय करने के लिए निकल पड़ी थी। 15 मई को 8 दिन का सफर तय करने के बाद ज्योति कुमारी अपने पिता को लेकर दरभंगा के छिंदवाड़ा स्थित गांव सिहुली पहुंची थी।

रोज चलाई 100 कम साइकिल, पेट्रोल पंप पर गुजरी रात

ज्योति कुमारी रोज 100 किलोमीटर से ज्यादा की साइकिल चलाती थी। 8 दिन तक उन्होंने अपने संघर्ष को जारी रखा शाम ढलने पर वह पेट्रोल पंप पर रुक जाती थी। उन्हें बिल्कुल भी डर नहीं लगता था,रास्ते में पैदल चल रहे लोग भी उन्हें देख कर चौक जाते थे। लेकिन कोई भी उनकी मदद नहीं कर पा रहा था,क्योंकि पैदल चल रहे लोग भी पूरी तरीके से मजबूर थे। ज्योति के साथ बहुत से लोग के साथ पेट्रोल पंप पर रात गुजारते थे। सुबह होने पर ज्योति एक बार फिर अपने पिता को लेकर गांव की ओर निकल पड़ती थी।

अब पिता के जाने से सब शोक में है

योति के पिता के जाने से अब गांव में शोक की लहर है। बताया जा रहा है कि सामाजिक बैठक करके ज्योति के पिता घर लौटे थे। इसके बाद अचानक उनके सीने में दर्द होने लगा। घरवाले कुछ कर पाते इतनी देर में उन्होंने दम तोड़ दिया।

जिला प्रशासन ने दिया मदद का आश्वासन

भाई अब जिला प्रशासन ने ज्योति और उनके परिवार को मदद का आश्वासन दिया है। आपको बताएं तो जिला प्रशासन के निर्देश के बाद सिंहवाड़ा के बीडीओ राजीव रंजन और सीओ चौधरी बसंत परिवार से मिलने पहुंचे थे। जिसके बाद सीओ ने सरकारी मदद करने का आश्वासन दिया है। वही ज्योति कुमारी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है। ज्योति का कहना है कि उनके परिवार में अब कोई भी कमाने वाला नहीं बचा है।

मोदी कर चुके है तारीफ

वही आपको बताएं पीछले लॉकडाउन में गुड़गांव से दरभंगा तक का सफर साइकिल पर तय करने वाली ज्योति कुमारी की तारीफ पीएम नरेंद्र मोदी भी कर चुके हैं। नरेंद्र मोदी के अलावा अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी बेटी इवांका ट्रंप ने भी ज्योति की तारीफ की थी। इवांका ट्रम्प ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि 15 साल की बेटी ने 8 दिन में 1200 किलोमीटर का सफर तय कर लिया। यह भारतीयों की सहनशीलता और उनके अगाध प्रेम को दर्शाता है।

इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 जून 2020 को ज्योति कुमारी से ऑनलाइन बात भी की थी प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें पीएम नेशनल चाइल्ड अवार्ड 2021 से भी सम्मानित करने के लिए उनका नाम को चुना था।

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