अंडे व सब्जिया बेचने वाले मनोज कुमार बने आईएएस अफसर,आज है युवाओ की प्रेरणा

जिंदगी में आर्थिक व अन्य परिस्थितियां हर किसी के जीवन में आती है। लेकिन कुछ लोग उस परिस्थिति से लड़कर अपने जीवन में ऐसा मुकाम पा लेते हैं कि हर व्यक्ति के लिए एक बेहतरीन उदाहरण बन कर सामने आते हैं। ऐसे ही हैं बिहार (Bihar) के छोटे से गांव के रहने वाले मनोज कुमार राय। मनोज कुमार राय (Manoj Kumar Rai) को बिहार के लोग वहां के युवा प्रेरणा मानते हैं। मनोज कुमार को प्रेरणा मानने के पीछे कारण यह है कि मनोज कुमार आईएएस अफसर (IAS Officer) है और उन्होंने अपने संघर्ष के दिनों में सब्जियां व अंडे बेंचे (Vegetable And Egg Seller)) है।

गांव से शहर निकले सपने लेकर

मनोज कुमार राय अपने गांव से शहर में कुछ बड़ा सपना लेकर निकल पड़े थे। पढ़ाई के लिए भी उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। लेकिन वह हमेशा से आईएएस अफसर बनना चाहते थे और इसी के लिए तैयारी करते रहे। जितने पैसे मनोज अपने गांव से लेकर आए थे, सभी कोचिंग  (Coaching) में खर्च हो गए। इसके बाद गुजारा करने के लिए उनके पास पैसे नहीं बचे थे। तब मनोज कुमार राय ने गुजारा करने के लिए रेहड़ी पर अंडे और सब्जी (IAS Officer Sells EGG and Vegetable) बेचना शुरू कर दिया। इसके अलावा मनोज कुमार राय कई बड़े दफ्तरों में जाकर पोछा (Mopping)  भी लगाया करते थे। मनोज कुमार राय ने कभी भी अपनी गरीबी और अपने आर्थिक तंगी को अपनी मेहनत के ऊपर भारी नहीं पड़ने दिया और मेहनत को हमेशा जारी रखा।

IAS Manoj Kumar Rai

चौथे प्रयास में मिली सफलता

मनोज कुमार राय ने साल 2010 में अपने चौथे प्रयास में यूपीएससी (4th Attempt  की परीक्षा को पास किया। वह भारतीय आयुष निर्माणी सेवा अधिकारी (Indian Ayush Factory Service Officer) बने मनोज कुमार राय कि 870 रैंक (AIR 870) आई थी। मनोज कुमार कहते हैं कि जब 1996 में दिल्ली आए तब उन्हें लगता था कि तक पैसा पढ़ाई से ज्यादा जरूरी है। लेकिन यहां आकर नहीं समझ में आया कि पढ़ाई भी उतनी ही जरूरी है।

जेएनयू में किया राशन सप्लाई

मनोज कुमार राय ने अपने संघर्ष के दिनों में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (Jawaharlal Nehru University, JNU)  दिल्ली में राशन सप्लाई (Ration Supply) किया था। वे कहते हैं कि वहां उन्हें उनके गांव का एक व्यक्ति उदय मिला। उदय ने उन्हे पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया और मनोज कुमार को दिल्ली विश्वविद्यालय की अरबिंदो (Aurbindo College, University of Delhi) से बीए प्रोग्राम में ग्रेजुएशन (Graduation in BA Prog.) की डिग्री के लिए दाखिले में मदद की। साथ ही उदय ने ही मनोज को यूपीएससी की परीक्षा के बारे में बताया।

मनोज कहते है कि उनकी मुलाकात एक बार उनके गांव के एक अधिकारी से हुई। अधिकारी से मिलने के बाद मनोज खुश हुए। मनोज इतने प्रभावित होकर खुद भी अधिकारी बनने के सपने को लेकर यूपीएससी की तैयारी करना शुरू कर दिया। अपने पहले के कई प्रयासों में असफल होने के बाद भी मनोज कुमार राय ने हार नहीं मानी और आईएएस अफसर बन कर ही दम लिया।

तैयारी में करते है मदद

मनोज कुमार राय इस वक्त बिहार लोक सेवा आयोग (Bihar Public Services Commission) की तैयारी कर रहे बच्चों को तैयारी करने में मदद करते हैं। वीकेंड पर जाकर बच्चों को मुफ्त कोचिंग (Free Coaching) देते हैं। उनकी कोचिंग से अब तक 45 से ज्यादा बच्चे बीपीएससी (BPSC) की परीक्षा को पास कर चुके हैं। वे आईएएस (IAS), आईपीएस(IPS), पीसीसी (PCC) की तैयारी करने वाले बच्चों को मुफ्त में कोचिंग दे रहे हैं। वे कहते हैं कि जो कठिनाइयां उन्होंने झेली किसी बच्चे को न झेलनी पड़े इस वजह से उनका एक प्रयास है कि समाज में मदद की जा सके। जानकारी के लिए बता दे मनोज कुमार राय की पत्नी ने भी बीपीएससी परीक्षा को पास कर आधिकारिक पद (Officer Rank) हासिल किया है।

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