पटना के ऑक्सीजन मैन ‘गौरव राय’ बने बिहार के लोगों के लिए मसीहा, बचाई हज़ारों लोगों की जान

कोरोना संक्रमण के दौर में जहां हर तरफ अस्पतालों में ऑक्सीजन के लिए भीड़,भागम-भाग है।ऐसे दौर में कुछ ऐसे लोग भी हैं जो सैकडों जीवन बचा चुके हैं ।बिहार के गौरव राय भी इन्ही में से एक हैं जो इस कोरोना काल में मदद के लिए मिसाल बन चुके हैं ।पटना निवासी गौरव को लोग ऑक्सीजन मैन के नाम से जानते हैं ।

इसका प्रमुख कारण यह कि वो पिछले पांच महीने से भी ज्यादा समय से लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाने का काम कर रहे हैं ।

पटना सहित 18 जिलों में पहुंचा रहें ऑक्सीजन:

पटना के गौरव राय के ऑक्सीजन मैन बनने के पीछे की कहानी भी बेहद दिलचस्प है ।गौरव राय के ऑक्सीजन मैन बनने की कहानी ज्यादा पुरानी नहीं है।दरअसल, पांच महीने पहले इसी साल जुलाई में गौरव को भी कोविड-19 संक्रमण ने अपनी चपेट में ले लिया था।उनकी हालत गंभीर हुई तो उन्हें पटना के पीएमसीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया और उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत पड़ी।अस्पताल में भर्ती गौरव राय को ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। कुछ दिनों में गौरव कोविड-19 संक्रमण से लड़कर ठीक हो गए मगर उसी दौरान उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर की अहमियत का एहसास हुआ।

गौरव राय कहतें हैं कि “14 जुलाई को मैं पीएमसीएच गया था और मेरी पत्नी को मेरे लिए ऑक्सीजन सिलेंडर प्राप्त करने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इसी दौरान मैंने सोच लिया कि मैं अब लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाऊंगा।”

कोरोना से जंग जीतने के बाद गौरव राय ने ठान लिया कि वह कोविड-19 मरीजों को मुफ्त में ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाएंगे। गौरव राय रोजाना अपनी कार में एक दर्जन ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर शहर के एक कोने से दूसरे कोने तक घूमते रहते हैं और जैसे ही उन्हें जरूरतमंद लोगों का फोन आता है तो उसके घर पहुंचकर ऑक्सीजन सिलेंडर उन्हें उपलब्ध करवाते हैं.

घर से लगाएं “दो लाख रुपये ”

आप खुद सोचे की इस कोरोना काल में कोई ऑक्सीजन की मदद भी पहुंचा रहा है और दो लाख रुपये भी इसमें लगाया है ।वह ज्यादातर ऐसे मरीजों की मदद करते हैं जो कोविड-19 से संक्रमित हैं और घर पर ही जिनका इलाज चल रहा है।उन्हें आक्सीजन पहुंचाने का काम कर रहें हैं ।लोग गौरव की इस काम मे मदद भी कर रहें हैं ।पिछले आठ महीनों में 800 से अधिक जाने बचा चुके हैं ।हालांकि, गौरव राय की मदद के बावजूद भी 14 लोगों की जिंदगी को नहीं बचाया जा सका है.

बकौल गौरव, “मैं लोगों को मुफ्त में ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया करवाता हूं और इसके लिए कोई पैसे नहीं लेता हूं।मैं लोगों के घर पर ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाता हूं और फिर वहां से उन्हें वापस भी ले कर आता हूं।राय बताते हैं कि उनके नेक काम से प्रभावित होकर ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल करने वाले लोग अब 300 प्रति सिलेंडर के बदले सिर्फ 100 में ही सिलेंडर रिफिल कर देते हैं।

गौरव राय के पास हैं लगभग 250 के करीब सिलेंडर

राय के पास आज कुल 251 ऑक्सीजन सिलेंडर हैं जिनमें से 200 ऑक्सीजन सिलेंडर उनके काम से प्रभावित होकर बिहार फाउंडेशन ने उन्हें दान में दिए हैं. बाकी 51 ऑक्सीजन सिलेंडर राय ने अपने पूंजी से और दोस्तों की मदद से खरीदे हैं। गौरव राय के इस काम की तारीफ हर तरफ हो रही हैं लोग गौरव को मिसाल दे रहे हैं ।

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