हिंदुस्तान के टॉप 5 अजीबोगरीब धार्मिक स्थल और रस्में जिनकी कहानियां आपको अचरज में डाल देगी

इस दुनिया में कई अजीबोगरीब चीजें है, पर जब बात धर्म और आस्था की आती है तो यहां कुछ भी हो सकता है। देश में कुछ ऐसे धार्मिक स्थान है जहां की अजीबोगरीब रस्में हैरान कर देने वाली है। आज हम आपको ऐसे ही कुछ धार्मिक स्थलों की रस्मों के बारे में बताएंगे जिसको पढ़ कर आप भी यही कहेंगे की ऐसा भी हो सकता है क्या ?

जालंधर – गुरुद्वारा में चढ़ाते है टॉय प्लेन

toy plane gurudwara

जालंधर के गांव में मौजूद शहीद बाबा निहाल सिंह गुरुद्वारा में लोग खिलौने वाले एयरोप्लेन चढ़ाते है। वाकई ये सुनने में काफी अजीब लग रहा होगा आपको लेकिन ये सच है। जहां हम गुरुद्वारे में लोगों को अकसर अरदास लगाते देखते है वहां इस गुरुद्वारा में खिलौने चढ़ाए जाते है। ऐसा मानना है कि अगर कोई खिलौने के प्लेन को चढ़ाए तो उसका जल्द से जल्द वीजा लग जाता है और विदेश जाने की इच्छा पूरी होती है।

उत्तर प्रदेश – भगवान शिव को चढ़ाते है झाड़ू

अगर घर में कभी मंदिर के सामने झाड़ू रखने दिख जाए तो घर के बड़े – बुर्जुग बहुत गुस्सा करते है। पूजा की जगह हो या फिर घर का मंदिर उस जगह को हमेशा बेहद साफ – सुथरा रखा जाता है। ऐसे में मंदिर में झाड़ू का रखना तो बहुत दूर की बात है।

लेकिन उत्तर प्रदेश के संभल जिला के पातालेश्वर महादेव मंदिर में भगवान शिव को झाड़ू अर्पित की जाती है। इतना ही नहीं शिव को झाड़ू चढ़ाने के लिए लोग दूर – दूर से आते है। वहां लोगों का ऐसा मानना है कि ऐसा करने से स्किन से जुड़ी परेशानियां दूर होती है।

राजस्थान – चूहे देवता का रुप

चूहे श्री गणेश के सवारी होते है ये तो सुना था लेकिन चूहे देवता होते है यह हम पहली बार सुन रहे है। दरअसल, राजस्थान के बीकानेर में मौजूद करणी माता मंदिर में चूहों को देवता का दर्जा दिया गया है। यहां काफी तादाद में काले चूहे मौजूद है और लोग इन्हें दूध पिलाते है। यहां के लोगों का मानना है की चूहे अगर पैर के नीचे आ जाए तो अपशगुन होता है।

गुलबर्गा – बच्चों को गर्दन तक दबा देते हैं मिट्टी में

कोई ऐसा बच्चा जिसकी दिमागी हालत ठीक न हो या फिर वो बाकि जैसा सामान्य न हो तो ऐसी स्थिती में बच्चों को डॉक्टर के पास ले जाया जाता है। लेकिन गुलबर्गा के मोमिनपुर की सात गुम्बज मस्जिद में छोटे – छोटे बच्चों को गर्दन तक मिट्टी में दबा दिया जाता है। वहां के लोगों की ऐसी मान्यता है कि बच्चा अगर असामान्य हो तो यहां की मिट्टी में गर्दन तक दबाने से वे सामान्य हो जाता है।

उज्जैन – काल भैरव को चढ़ाते है शराब

उज्जैन के काल भैरव मंदिर में भगवान को प्रसाद के रुप में शराब चढ़ाई जाती है। यही नहीं इस शराब को भक्तों के बीच बांटा भी जाता है। लोगों का ऐसा मानना है कि ऐसा करने से काल भैरव प्रसन्न होते है।

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