क्या है ई-रुपी, कौन इस्तेमाल कर सकता है, पीएम मोदी आज करेंगे लॉन्च

नरेंद्र मोदी सरकार पिछले 7 सालों में लगातार देश में डिजिटल दुनिया के नए आयाम को विकसित करने के प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में अब डिजिटल भुगतान के लिए ई-रुपी नामक एक और नई व्यवस्था शुरू होने जा रही है।

पीएम मोदी सोमवार को डिजिटल पेमेंट सॉल्‍यूशन ‘ई-रुपी’ लॉन्‍च करेंगे। ई-रूपी एक पर्सन और पर्पज स्पेसिफिक डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशन है। अब इसका इस्तेमाल कौन कर सकता है, कैसे होगा और कब से शुरू हो जाएगा..आइए हम आपके सभी सवालों के जवाब देते हैं।

क्या है ई-रुपी?

डिजिटल भुगतान के लिए कैशलेस और संपर्क रहित माध्यम ई-रुपी एक क्यूआर कोड या एसएमएस आधारित ई-वाउचर है जिसकी मदद से यूजर्स अपने सेवा प्रदाता के केंद्र पर कार्ड, डिजिटल भुगतान एप या इंटरनेट बैंकिंग के बगैर सीधा वाउचर की राशि प्राप्‍त कर सकते हैं।

बता दें कि ई-रूपी को नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने अपने यूपीआई प्लेटफॉर्म पर वित्तीय सेवा विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण जैस विभागों के साथ मिलकर बनाया है।

काम कैसे करेगा ई-रुपी?

ई-रुपी डिजिटल तरीके से लाभार्थियों और सेवा प्रदाताओं को आपस में जोड़ता है। इसमें प्री-पेड व्यवस्था है जिसके चलते बिना किसी रूकावटच के भुगतान हो जाता है।

​कहां कर सकते हैं इस्तेमाल?

ईरूप का इस्तेमाल मातृ और बाल कल्याण योजनाओं के तहत दवाएं और पोषण संबंधी सहायता, टीबी उन्मूलन कार्यक्रमों, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना जैसी स्‍कीमों के तहत दवाएं ही निदान, उर्वरक सब्सिडी, इत्यादि देने की योजनाओं के तहत सेवाएं उपलब्ध कराने में किया जा सकता है।

इसके अलावा निजी क्षेत्र के कर्मचारी कल्याण और कॉरपोरेट सामाजिक दायित्‍व कार्यक्रमों के तहत डिजिटल वाउचर का उपयोग कर सकते हैं।

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