चंबल के इलाके से निकल कर यूपीएससी पास करने वाले विकास का सफर

आर्थिक तंगी के आगे मजबूर ना होकर उससे आगे मजबूत बनना ही सफलता की राह पर ले जाता है। यही साबित किया है मध्य प्रदेश के भिंड के बीहड़ के गांव गोरम के रहने वाले विकास सेथिया (Vikas Sethiya) ने, विकास ने हाल ही में जारी यूपीएससी नतीजों में ऑल इंडिया 642वी रैंक (AIR 642) हासिल की है। उन्होंने यूपीएससी परीक्षा को क्लियर (UPSC Clear) कर अपने परिवार का नाम रोशन कर दिया है। मजबूत दृढ़ संकल्प और हौसले के साथ उन्होंने इस मुकाम को पाया है।

पढ़ाई

विशाल की शिक्षा कि बात करें तो उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा अपने गांव गोरम के शासकीय स्कूल (Goram School) से ली। पांचवी कक्षा के बाद वह भिंड चले गए और उसके बाद उन्होंने वही पर रहकर प्राइवेट स्कूल में दाखिला लिया और बारहवीं तक नहीं पढ़े। बारहवीं कक्षा के बाद दिल्ली आ गए और यहीं से उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएशन (Post Graduation)  की पढ़ाई की। पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने के बाद विकास ने यूपीएससी की तैयारी करना शुरू कर दिया और अपने पहले प्रयास में उन्होंने सफलता हासिल की है।

vikas sethiya

गांव ने है खुशी का माहौल

विकास सेथिया के पिता अवधेश सेथिया ने बताया कि उन्हें खुशी है कि उनके बेटे ने मुश्किल परिस्थितियों के बावजूद भी इस मुकाम को हासिल किया है। उनके पिता ने बताया कि पढ़ाई करने के लिए विकास ने अलग से एक कमरा लिया। उन्हें खुशी है कि उन्होंने अपने पहले प्रयास में इस मुश्किल परीक्षा को क्लियर किया है। विकास के यूपीएससी क्लियर करने के बाद उनके गांव में खुशी का माहौल है,उनके रिश्तेदार गांव वाले उनकी 95 साल की नानी भी गदगद है।

क्या कहते है विकास

विकास कहते हैं कि उनके परिवार में आर्थिक स्थिति कमजोर थी। भिंड से दिल्ली तक का सफर उनके लिए मुश्किल रहा और यूपीएससी की सफलता के पीछे उनके परिवार,रिश्तेदारों और दोस्तों का बहुत सहयोग रहा। वे कहते हैं कि तैयारी करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है यह जानना जरूरी है कि यूपीएससी के लिए क्या नहीं पढ़ना चाहिए। वही एग्जाम के समय 12 से 13 घंटे तक की पढ़ाई करना भी जरूरी है।

vikas sethiya

विकास की है यह सलाह

विकास तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को सलाह देते हुए कहते हैं कि सबसे पहले अपनी क्षमता (Ability) को पहचानना जरूरी है। अपनी क्षमता का आंकलन करने के बाद ही आगे बढ़ना चाहिए। वह कहते हैं कि आंसर राइटिंग (Answer Writing) और मॉक टेस्ट (Mock Test) देना सबसे ज्यादा जरूरी है। हम आपको बता दें कि विकास जिस क्षेत्र से आते हैं, वह मध्य प्रदेश का चंबल क्षेत्र है। इस क्षेत्र को अपराध (Crime),डकैत का इलाका माना जाता है और उस गांव से आकर विकास ने गांव की अलग पहचान बनाई है।

गदगद हुई नानी

विकास के यूपीएससी में पास होने के बाद उनकी 95 साल की नानी रोने लगी। नानी ने विकास को गले लगाकर बधाई दी। विकास की नानी ने प्रेम से उन्हें तिलक लगाया और 500 रुपये व नारियल भी भेंट दिए।

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