देश की रक्षा करने वाले एनएसजी कमांडो ग्रुप कमांडर बीरेंद्र कुमार झा को नहीं मिला ICU बेड, गंवाई अपनी जान

कोरोनावायरस की वजह से लगातार देश में मृ’त्यु दर में बढ़ोतरी होती हुई नजर आ रही है। इसी के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा बल यानी एनएसजी से भी एक ऐसी घटना सामने आई। एनएसजी के ग्रुप कमांडर बीरेंद्र कुमार झा कोरोना से संक्रमित होने के बाद ऑक्सीजन की कमी की वजह से सबको अलविदा कह गए। एनएसजी में यह मृ’त्यु का पहला मामला है
बीरेंद्र कुमार झा के बारे में बताएं तो बीरेंद्र नोएडा के रेफेरल अस्पताल में भर्ती थे। 22 अप्रैल को वह कोरोना संक्रमित पाए गए थे, जिसके जिसके बाद उन्हें नोएडा के अस्पताल में भर्ती कराया गया। वही उनका इलाज चल रहा था,बीरेंद्र कुमार झा की तबीयत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा था।

लेकिन 4 मई शाम को अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और बिगड़ती चली गई। डॉक्टर ने चेक किया तो उनका ऑक्सीजन लेवल नीचे की ओर गिरता हुआ जा रहा था। जिस अस्पताल में भर्ती थे वहां आईसीयू बेड खाली नहीं था,जिसके कारण डॉक्टर ने उनको रेफर कर दिया। इस बारे में दिल्ली में रिपोर्ट की गई और बीरेंद्र कुमार झा को दिल्ली के सुखदेव विहार स्थित मैक्स अस्पताल में ले जाया गया। लेकिन वहां भी बेड खाली नहीं मिला, जिसके बाद उन्हें दिल्ली के ही फोर्टिस अस्पताल में ले जाया जा रहा था। लेकिन ऑक्सीजन स्तर इतना गिर चुका था कि उन्होंने रास्ते में ही द’म तोड़ दिया और उनकी मृ’त्यु हो गई।

बीरेंद्र कुमार साल 1993 में सीमा सुरक्षा बल में भर्ती हुए थे। 53 साल के बीरेंद्र कुमार झा बिहार के रहने वाले हैं और सेना में देश की रक्षा कर रहे थे। बीएसएफ से साल 2018 में प्रतिनियुक्ति में वह एनएसजी में शामिल हो गए। वही अपनी सेवा देने लगे लेकिन किसको पता था कि साल 2021 में बीरेंद्र कुमार झा हम सब को छोड़कर चले जाएंगे। एनएसजी में अब तक 430 लोगों को कोरोना संक्रमित पाया गया है। 60 के लगभग लोगों का अभी भी इलाज चल रहा है।

देश में लगातार कोरोनावायरस से मृ’त्यु की बढ़ती संख्या सभी लोगों को चिंता में डाल रही है। दिल्ली राज्य की हालत इस समय बहुत ज्यादा खराब हो चुकी है। 90 हजार से ज्यादा एक्टिव केस इस समय दिल्ली में है,बुधवार को भी दिल्ली में 20,000 से ज्यादा मामले सामने आए। भारत की स्वास्थ्य प्रणाली इस समय भगवान भरोसे हो चुकी है।

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