अफरोज शाह : समुद्र साफ करने को बनाया जिंदगी का मिशन, मोदी के स्वच्छ भारत मिशन से हुए प्रभावित

लोग अपने निजी जीवन में कुछ करने की ठानते हैं, फिर मेहनत करते हैं और फल मिलता है, ये तो हुआ सलीके वाला जीवन…लेकिन कुछ विरले लोग ऐसे होते हैं जो अपने जीवन को बिना किसी की परवाह किए देश के मिशन में लगा देते हैं।

ऐसे ही एक व्यक्ति हैं अफरोज शाह जिन्होंने प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन को अपने जीवन का मिशन मानकर देश को साफ करने की ठान ली। उन्होंने मन में यह विचार कर लिया कि वह देश और समुद्र को साफ और स्वच्छ बनाएंगे।

मुंबई के रहने वाले अफरोज शाह ने सबसे गंदे वर्सोवा समुद्र तट से 2015 में सफाई आंदोलन की शुरुआत की थी और उनको लोगों का इतना सहयोग मिला कि उनके निजी जीवन से शुरू हुआ आंदोलन बाद में जन आंदोलन बन गया।

प्रधानमंत्री ने की मन की बात कार्यक्रम तारीफ

अफरोज शाह के बेहतरीन कार्य के लिए उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘मन की बात’ कार्यक्रम में शाबाशी दे चुके हैं। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि मेरे मित्र अफरोज देश के लिए प्रेरणा है। उन्होंने कहा था कि 200 हफ्तों से भी ज्यादा समय से अफरोज और उनके वॉलिंटियर्स स्वच्छता मिशन के लिए जुटे हुए हैं।

वहीं आपको बताएं तो साल 2016 में अफरोज को उनके काम के लिए संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के तहत चैंपियन ऑफ अर्थ पुरस्कार भी मिला था।

पर नहीं सुधरते लोग…

अफरोज कहते हैं कि उन्होंने जमीनी स्तर पर काम करना शुरू किया था। उन्होंने मन में यह विचार किया था कि देश को ज्यादा से ज्यादा स्वच्छ बनाने के लिए अपना सहयोग दे सकें लेकिन वह कहते हैं कि उन्होंने महसूस किया कि लोग बिल्कुल भी नहीं सुधरे हैं।

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत करने के लिए लोगों को प्रेरित किया तब उन्हें लगा था कि देश में सुधार होगा लेकिन देश के लोग आज भी बिल्कुल नहीं सुधरे है। लोगों की मानसिकता अभी भी वैसी ही है। लोग आज भी सड़कों पर कूड़ा फैलाते हैं। साथ ही स्वच्छ बनाने से ज्यादा देश को गंदा करने में अपना योगदान देते हैं।

जब एक रोज हार मान बैठे अफरोज

अफरोज शाह एक बार अपने इस मिशन में हार मान गए थे। वह कई हफ्तों से वह लगातार काम कर रहे थे लेकिन उन्होंने देखा कि लोग बिल्कुल भी नहीं बदल रहे हैं और लोग उनके वॉलिंटियर को गाली गलौज भी करने लगे हैं।

मुख्यमंत्री से मिलने के बाद मिली फिर हिम्मत

अफरोज शाह के परेशानी वाले ट्वीट के बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें मिलने के लिए बुलाया था। मुख्यमंत्री ने उन्हें वादा किया था कि उन्हें सुरक्षा पहुंचाई जाएगी साथ ही धमकाने वाले गुंडों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

देवेंद्र फडणवीस ने तब अफरोज से कहा था कि वह अपने काम को जारी रखें सरकार भी उन्हें हर मदद करने के लिए तैयार है। वहीं अगर अफरोज शाह की निजी जिंदगी की बात करें तो वह हाईकोर्ट में एक वकील है, उन्होंने साल 2015 के अक्टूबर महीने में उन्होंने मुंबई के वर्सोवा समुंद्र के बीच को साफ करने का अभियान शुरू किया था।

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