बीकानेर : फूसाराम ने बनाई कीकर के पेड़ के ऊपर झोपड़ी, कला देख अब विदेशों से आ रहे लाखों के ऑफर

आपने सुना होगा कि अगर आपके अंदर हुनर है तो कागजी डिग्रियां किसी काम नहीं आती है, बस आपको सही दिशा पकड़नी है आपकी मंजिल आपका तैयार करप रही होती है। आज हम आपको एक ऐसी ही कहानी बताने जा रहे हैं जहां एक 18 साल का युवक जो कभी पढ़ाई तो नहीं कर सका लेकिन 4 साल की मेहनत से उसने कीकर के पेड़ के ऊपर एक ऐसी झोपड़ी का निर्माण किया है, जिसको देखने के लिए आज भीड़ लगी रहती है।

बीकानेर के पास पांचू गांव का फूसाराम, जो बिल्कुल पढ़ा-लिखा नहीं है। फूसाराम  की इस कला के बारे में सबसे पहले उसके पड़ोसी को पता चला जिसके बाद हर कोई दंग रह गया। वहीं बीकानेर पुलिस विभाग से एक अधिकारी ने फूसाराम  को काम तक देने को कहा।

बता दें कि फूसाराम नायक ने 15 फ़ीट ऊपर कीकर के पेड़ एक ग्रीन ट्री हाउस जैसा कुछ बनाया है जिसमें खिड़की, दरवाजे सबकुछ है।

विदेश से आया लाखों रुपए का ऑफर

फूसाराम बताते हैं कि उनके पास विदेश से उनकी कला देखने के लिए फोन आया जो मुझे पैसे देने के लिए तैयार थे लेकिन वह नहीं गए। आपके दिमाग में  झोंपड़ी  बनाने का ख्याल सबसे पहले कैसे आया। इसका जवाब देते हुए फूसाराम बताते हैं कि गांव में नायकों की ढाणी में एक कीकर का पेड़ बड़ा हो गया था, उसे देखकर मैंने सोचा एक झोपड़ी बनाई जानी चाहिए।

वह कहते हैं कि 3 साल पहले इसको लेकर काम शुरू किया और रोज सुबह दो घंटे कीकर के पेड़ों की छंटाई करता और उसे झोपड़ीनुमा आकार देता गया।

बता दें कि झोपड़ी के अंदर चार आदमी आराम सकते हैं। झोपड़ी का मुख्य दरवाजा और अंदर की कला अपने आप में देखने लायक है जिसका फर्श मिट्टी और गोबर से बनाया हुआ है।

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