जिंदगी और मौ’त के बीच लड़ती 6 महीने की नूर बेटी को चाहिए 16 करोड़ का इंजेक्शन, मदद की गुहार

राजस्थान के बीकानेर चुनगरान मोहल्ले में एक साढ़े 6 महीने की बच्ची स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (SMA) बीमारी से ग्रस्त है। बीमारी का इलाज हो सकता है लेकिन खर्चा इतना बड़ा है कि उसके माता पिता इलाज कराने में असमर्थ है।

पूरे मामले की बात करें तो राजस्थान बीकानेर की रहने वाले जीशान अहमद की बच्ची नूर फातिमा साढे 6 महीने की है। इस बच्ची को एक बीमारी है, बीमारी का नाम है स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी । बीमारी से ग्रस्त बच्चे का आधा शरीर अभी काम नहीं करता है। उनके पिता का कहना है कि अभी पांच-छह महीने बाकी है, अगर इन दौरान बच्ची का इलाज नहीं हुआ तो बच्ची नहीं बच पाएगी। नूर फातिमा के पिता जीशान अहमद मजदूरी का काम करते हैं, वह रंग पेंट करने का कार्य करते हैं।

हमारे चैनल से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि नूर फातिमा को बीमारी है, जिसके इलाज के लिए उन्हें जोलगेनरसा इंजेक्शन लगना है। इंजेक्शन की कीमत लगभग 16 करोड़ रुपए है यह इंजेक्शन भारत से नहीं स्विजरलैंड से मंगाया जाएगा। उनके पिता ने पीएम मोदी के साथ सभी लोगों से मदद की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि लोग उनकी बच्ची की मदद करें जिससे बच्ची की जान बचाई जा सके।

नूर फातिमा के चाचा ने चैनल से बातचीत के दौरान बताया कि जन्म के 3 महीने बाद उनको इस बीमारी का पता लगा। जिसके बाद बच्ची को लेकर बीकानेर के स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया, वहां पर डॉक्टर इस बीमारी को पकड़ नहीं पाए। इसके बाद बच्ची को जयपुर रेफर कर दिया गया, बच्ची को लेकर उसके परिजन जयपुर गए। जहां जेके लोन अस्पताल में डॉक्टर को दिखाया,वहां टेस्ट करने के बाद बच्ची की बीमारी का पता लगा।

डॉक्टर ने इलाज के लिए 16 करोड़ रुपयों का खर्चा बताया जिसके बाद परिजन केवल और केवल भगवान और लोगों से मदद की गुहार लगा रहे हैं। बच्चे की उम्र साढे 6 महीने है और डॉक्टर का कहना है कि जन्म के 1 साल बाद तक अगर इलाज नहीं किया गया तो बच्ची को बचाना मुश्किल है बच्ची की जान बचा पाना मुश्किल है। मां ने भावुक होकर बताया कि उन्हें उम्मीद है कि लोग उनकी मदद करेंगे। उनका कहना है कि पिछले दिनों महाराष्ट्र में भी लोगों ने क्राउडफंडिंग करके एक ऐसे ही बीमारी से ग्रस्त बच्चे की जान बचाई थी।

अब उनका कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि लोग भी उनकी मदद के लिए आगे आएंगे। कुछ लोग उनके मदद के लिए आगे भी आए हैं और अब तक मदद के लिए वह 16 लाख रुपए जुटा सके हैं। लेकिन 16 करोड़ के मुकाबले 16 लाख बहुत कम राशि है उन्हें और मदद की जरूरत है। बच्ची के पिता ने बताया कि वह कोरोनावायरस के दौरान लोगों की मदद करें सोनू सूद से भी वह संपर्क साधने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि सोनू सूद भी उनकी मदद के लिए आगे आएंगे और उनके बच्चे की जान बचा पाएंगे।

वहीं हम आपको बता दे कि पिछले दिनों भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा ने भी क्राउडफंडिंग करके एक ऐसे ही बच्ची की जान बचाई है। हम आपसे यह अपील करना चाहते हैं कि बच्ची की मदद के लिए ज्यादा से ज्यादा आ गया है आप भी बच्चे की मदद कर सकते हैं।

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