राजस्थान की प्रसिद्ध लोडी चटनी, खाकर आप अंगुलिया चाटते ही रह जाओगे, क्या आपने कभी खाई है ?

ना है मिलावट, ना कोई चाट।
देसी भोजन, देसी ठाठ।

दोस्तों आज मैं आपको एक ऐसे व्यंजन से रूबरू करवा रहा हूं। जिसको खाकर आप अंगुलिया चाटते ही रह जावोगे। ममता ने सुदेश से बात करते हुए विस्तार से अपने घरेलू व्यंजनों से संबंधित जानकारियां साझा की।

लोडी चटनी क्या है।
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लोडी किसी भी वस्तु को रगड़ कर महीन करने का वह हथियार है , जिसमें नीचे प्लेन पत्थर और ऊपर हाथ में लगभग दो किलो का पत्थर लेकर रगड़ रगड़ कर जिस व्यंजन को महीन किया जाता है। उसको लौडा कहते हैं । लोडी चटनी, लाल साबुत मिर्च को रगड़ कर आधा घंटे तक महीन करने के बाद में उसमें नमक, लहसुन डालकर स्वादिष्ट चटनी बनाई जाती है। जिसको लोडी चटनी कहते हैं।

लाल साबुत मिर्च को तीन चार घंटे तक पानी में भीगने के बाद में जब वह नरम हो जाए, तब उसको लोडी पर पीसकर महीन बनाओ। फिर दही मिलाओ, स्वादिष्ट चटनी तैयार हैं इस प्रकार की बनाई हुई चटनी दस पंद्रह दिन तक बिना किसी परेशानी के रह सकती है।

जिस प्रकार चटनी बनाते हैं, उसी प्रकार दाल को पीसने से लोडी भुजिया बनाया जाता है। लोडी दाल बनाई जाती है, लोडी मंगोड़ी बनाई जाती है, और बिना मिलावट के बहुत ही सुंदर और स्वादिष्ट व्यंजन तैयार किए जाते हैं। नारियल के खोपरे में आठ दस छेद निकालकर और उसमें महीन की हुई दाल को डालकर प्रेस करने से भुजिया बनाए जाते हैं। जो बहुत ही स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक होते हैं।

पनीर बनाने की विधि।
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ममता और विजय का सामंजस्य देखकर, दोनों पति पत्नी से हंसी ठिठोली के बीच सुदेश ने अलग-अलग व्यंजनों के बारे में विस्तार से बात की। पनीर के बारे में पूछने पर ममता ने बताया कि दूध को अच्छी तरह गरम करो। और गर्म होने के बाद में उसमें नींबू डालो, तो वह फट जाएगा। दूध फटने के बाद में उसको कपड़े से छान लो।

पानी अलग निकल जाएगा और जो पनीर बचे उसको मोटे कपड़े से दबा कर रख दो। तो उसमें लेश मात्र का भी पानी नहीं बचेगा और पनीर तैयार हो जाएगा। यदि घर में दूध फट जाए तो किस प्रकार नुकसान होने से बचा जा सकता है।की बात भी ममता ने बताइ।

अन्य।
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जिस प्रकार पत्थर का लोडी होता है, उसी प्रकार एक ओखली भी होती है। जिससे कूटकर अनाज के तरह तरह के पकवान बनाए जाते हैं। जो बिना मिलावट के शुद्ध शाकाहारी, शरीर को स्वस्थ रखने वाले बनते हैं।ममता और विजय, दोनों ने सब कुछ अपने हाथ से करके बताया और किस प्रकार शरीर को स्वस्थ रखा जाता है। जैसे पकवान भी बताएं।

अपने विचार।
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पुराने परिवेश में आओ,
बिजली के झटके मत ना लगाओ।
उसमें बर्न और हैट है,
केवल हर्ट अटैक है

विद्याधर तेतरवाल ,
मोतीसर।

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