राजस्थान के प्रसिद्ध योगी महाराज जिनके ‘वैज्ञानिक’ दिमाग से इंदिरा गाँधी भी रह गयी थी हतप्रभ

योगी युग के निर्माता, योगी विज्ञान अवतार।
योगी सबको राह दिखावे, योगी भवसागर पार।

दोस्तों आज मैं आपको एक ऐसी शख्सियत से रूबरू करवा रहा हूं। जिसने तत्कालीन प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी से मुलाकात कर वैज्ञानिक की उपाधि ली।

वैज्ञानिक की पदवी।
*****************

सुदेश से बात करते हुए विवेक नाथ आश्रम (Viveknath Aashram) के संस्थापक योगी महाराज प्रह्लाद नाथ जी (Yogi Maharaj Prahlad Nath Ji) ने बताया कि मुझे सन्यास लिए हुए सोलह वर्ष हो गए हैं।आपको वैज्ञानिक (Scientist) क्यों कहते हैं। जवाब में योगी जी ने कहा कि मैं भागवत कथा करता हूं।उसके हर एक श्लोक को वैज्ञानिक विधि से समाज के सामने उदाहरण सहित प्रस्तुत करता हूं।

इसके अलावा 1981 में मैं एक गांव का मॉडल बनाकर तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी (Former PM Indira Gandhi) के पास में ले गया। तो मुझे कहा “ओर वैज्ञानिक क्या हाल है”। इस प्रकार लोगों ने मुझे वैज्ञानिक नाम से संबोधित करना शुरू कर दिया।

इंदिरा गांधी के बारे में बताओ।
*************************

सुदेश ने योगी जी महाराज से पूछा कि आप पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से मिले हो तो उनके बारे में कुछ बताओ। योगी जी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी बहुत ही दृढ़ और कुशल नेतृत्व के लिए जानी जाती हैं।ये गुण उनके चेहरे पर साफ झलकते हैं। मैंने महसूस किया है कि वह बहुत ही सोच विचार कर किसी भी मसले को हल करने वाली औरत थी। योगी जी कहते हैं कि वह मेरी नजर में एक शक्ति थी। उनमें देवीय गुण थे।

योगी आदित्यनाथ कैसे है।
*********************

योगी महाराज ने कहा की उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने मुझसे कमिटमेंट किया है कि चुनावों के बाद में मैं आपसे मिलने आऊंगा। वह मुझसे स्नेह रखते हैं। जो गुंबज बन रहा है, उसका उद्घाटन उन्हीं के हाथों होगा। इससे पहले भी योगी आदित्यनाथ यहां पर तीन बार आ चुके हैं।

योगी का सत्ता संभालने के संबंध पर योगी राज कहते हैं कि जब जब सत्ता पर संकट आया है, अर्थात राजा के नेतृत्व में कमी आई है। तब तब संतो को उसमें बीच-बचाव करना पड़ा है। या सत्ता संभालनी पड़ी है। राजा वैन का उदाहरण देकर योगिराज ने पूरा दृष्टांत सुनाया।

उत्तर प्रदेश के मुसलमानो के बारे में उनकी क्या राय है, के बारे में योगी राज कहते हैं कि योगी आदित्यनाथ मानवता के पुजारी है। वह जाति पांति में कतई विश्वास नहीं करते हैं। इसीलिए सब धर्म उनको तहे दिल से मानते हैं। आपकी मुसलमानों के प्रति क्या राय है,जवाब में योगीराज कहते हैं, कि मैं वर्ण व्यवस्था में विश्वास नहीं करता। मैं मानवता का हित चाहता हूं, और मानव से ही प्रेम करता हूं।

हिंदू मुसलमान को कौन लड़ाता है।
*****************************

योगीराज कहते हैं कि यह राजनीति बहुत गंदी है। इसमें अनेकों पार्टियां है।और उन पार्टियों में कुछ गंदे व्यक्ति भी होते हैं। जो अपने हित के लिए इस प्रकार के दंगे करवाते हैं। ऐसे व्यक्तियों का कोई धर्म , कोई जाति नहीं होती है।

योगीराज ने बताया वर्तमान समय में मोबाइल का दुरुपयोग समाज के लिए सबसे बड़ा घातक है। मोबाइल बहुत अच्छा है लेकिन इसका दुरुपयोग भी हो रहा है जो आज बच्चों के भविष्य का रोड़ा बनता जा रहा है। आपका मेन मोटो क्या है के उत्तर में योगिराज कहते हैं कि मेरा मुख्य उद्देश्य अच्छे-अच्छे साधकों को जोड़ना और भविष्य में गुरुकुल की स्थापना करना मेरा मुख्य उद्देश्य है।

सिख धर्म के बारे में अपनी राय व्यक्त करते हुए योगीराज कहते हैं कि वहां एक पुस्तक की पूजा होती है। जबकि सनातन धर्म में अलग अलग मूर्तियों की पूजा करने का प्रावधान है। इसलिए सब का व्यवहार अलग अलग है।

अपने विचार।
************
महामारी तो आनी जानी,
शुभ शुभ काम करो।
मोबाइल बड़ी बीमारी है,
इसका ज्ञान करो।

विद्याधर तेतरवाल,
मोतीसर।

Add Comment

   
    >