पूरे राजस्थान में बच्चों के कोरोना की प्रथम डोज लगवाने में चूरू ने किया टॉप ~ देखें! आंकड़े

चूरू (Churu)विशेषज्ञों का मानना था कि तीसरी लहर में सर्वाधिक खतरा बच्चों को रहेगा।ऐसे में महामारी से बचाने के लिए राज्य सरकार की ओर से बच्चों के टीकाकरण को लेकर 3 जनवरी से पूरे प्रदेश में चलाया गया था। जिले के लिए अच्छी खबर यह है कि 15-18 वर्ष के बच्चों के कोरोना की प्रथम डोज लगाने में चूरू जिला 13 जनवरी तक पूरे प्रदेश में पहले स्थान पर रहा है। वहीं सीकर दूसरे व प्रतापगढ़ तीसरे स्थान पर है।

आंकड़ों की माने तो जयपुर (Jaipur) प्रथम व गंगानगर (Ganganagar) स्थिति प्रदेश में सबसे खराब रही है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की माने तो प्रदेश में कुल 51 प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ती कर ली गई है। सरकार की ओर से स्वास्थ्य विभाग को प्रदेश में 46,51000 को बच्चों को प्रथम डोज लगाने का लक्ष्य दिया गया था, इस अवधी में 2371455 को वैक्सीन लगाई है।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की माने तो जिले में 15 से 18 वर्ष के कुल 1 लाख 1046 के बच्चों का टीकाकरण का लक्ष्य चूरू जिला स्वास्थ्य विभाग को सरकार की ओर से दिया गया था।13 जनवरी तक चूरू जिले में 92811 का टीकाकरण कर 65.8 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया गया था, जो कि प्रदेश में सर्वाधिक रहा है।

वहीं सीकर जिले में 203143 बच्चों के टीकाकरण करने का लक्ष्य दिया गया था, विभाग की ओर से 132696 बच्चों का प्रथम डोज लगाकर प्रदेश में दूसरे स्थान पर रहा है। प्रतापगढ़ जिला कुल लक्ष्य 53208 के मुकाबले 34025 के टीका लगाकर तीसरा स्थान पर है।

जयपुर प्रथम व गंगानगर फिसड्डी :

विभागीय आंकड़ों की माने तो बच्चों के प्रथम डोज लगाने में जयपुर प्रथम की स्थिति सबसे खराब रही है, यहां पर मात्र 32.7 प्रतिशत का लक्ष्य ही प्राप्त हुआ है। इसके बाद गंगानगर, सिरोही, जालोर रहा है। यह है स्थिति :

इनका कहना है… सरकार के निर्देश मिलते ही वैक्सीन को लेकर विभाग की ओर से पूरी कार्य योजना तैयार कर ली गई थी। वैक्सीन भी हमारे पास पर्याप्त मात्रा में मौजूद रही।पूरी टीम ने बेहतर कार्य किया जिसकी बदौलत 15-18 आयु वर्ग के टीकाकरण में प्रदेश में अव्वल रहे हैं। डॉ. मनोज शर्मा, सीएमएचओ चूरू।

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