झाझी रामपुरा का शिव मंदिर जहां बने कुंड के चमत्कारी पानी मिटती है लाइलाज बीमारियां

राजस्थान में फैले कई मंदिरों और पूजनीय स्थलों में कई चमत्कारी वृक्ष, कुंड, तालाब पाए जाते हैं जहां भक्तों की हर मुराद पूरी होती है। आज हम आपको एक ऐसे ही शिव मंदिर के बारे में बताएंगे जो चमत्कारों से भरा है, जिसके पानी को छूने मात्र से बीमारियां ठीक हो जाती है और गर्मी में ठंडा और सर्दी में गर्म पानी गौ माता के मुख से 12 महीने 24 घंटे बिना रुके अनवरत बहती है।

हम बात कर रहे हैं 6000 साल पुराने झाझी रामपुरा शिव मंदिर की जो राजस्थान में दौसा और अलवर जिले की सीमा के निकट एक गांव में है। यह स्थान 11 रूद्र महादेव के नाम से भी जाना जाता है और इसके समीप स्थित गौमुख कुंड के लिए यह प्रसिद्ध है।

जयपुर स्थित गलता तीर्थ के समान ही यहां गौमुख से जलधारा का निरंतर प्रवाह होता रहता है जिसमें किसी बड़े तीर्थ के समान ही लोग स्नान करते हैं।

चमत्कारों से भरा हुआ है,

सौ दशक से भी पुराना है।

लाइलाज बीमारियां मिटती,

एक बार जरूर यहां आना है।

गोमुख से निकलकर जल मर्दाना कुंड में प्रवाहित होता है। यह कुंड लगभग 5 फीट गहरा है जिसमें लोग स्नान करते हैं। झाझी रामपुरा जैसी पावन धरा पर एक कमल कुंड भी है जिसमें साल भर कमल खिलते हैं।

सावन महीने में लगता है भव्य मेला

झाझी रामपुरा धाम में वैसे तो लोगों की आवाजाही साल भर रहती है लेकिन फिर भी यहां एक वार्षिक मेले का आयोजन हिंदू कैलेंडर के अनुसार सावन मास में किया जाता है। यहां सावन मास के सोमवार का खास महत्व है। सावन मास में यहां लोगों का जमघट दिखाई देता है।

क्या कहता है झाझी रामपुरा गांव का इतिहास

आज से हजारों साल पहले यहां पर जहाजी राम नाम के ऋषि ने एकलिंग शिव जी महाराज की स्थापना की थी जिसका नाम अब झाझी रामपुरा हो गया। यहां पर महाभारत काल में पांडवों ने अज्ञातवास के समय कुछ समय बिताया था और उन्हीं के द्वारा 11 रूद्र महादेव की स्थापना की गई थी जो आज विराजमान है।

यह झाझी रामपुरा अलवर से 55 किलोमीटर, दौसा से 37 किलोमीटर तथा बांदीकुई से 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह स्थान अरावली की पहाड़ियों से घिरा हुआ है तथा इस स्थान को पंचमुखी महादेव के नाम से भी जाना जाता है।

यहां पर महादेव के पांच अलग-अलग स्थान है इसलिए इस स्थान को पंचमुखी के नाम से भी जाना जाता है और पांचों जगह पर पानी की धाराएं प्रवाहित हो रही हैं। भारत में जितनी भी नदियां है उन का उद्गम स्थान उत्तर दिशा से दक्षिण दिशा की तरफ है लेकिन झाझी रामपुरा में पानी पूर्व दिशा से पश्चिम दिशा की तरफ बहता है।

इसके अलावा मंदिर के आस-पास रामपुरा धाम में संकट मोचन हनुमान मंदिर, देवनारायण मंदिर, मीन भगवान मंदिर, दिगंबर जैन मंदिर, अट्टा हनुमान मंदिर, राधा कृष्ण मंदिर प्रमुख हैं।

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