बाढ़ में बर्बाद हुआ झुंझुनू का गाँव, सोये प्रशासन की नींद कब खुलेगी ? कौन लेगा इसकी जिम्मेदारी ?

झुंझुनूं के सोहली गांव की जनता बारिश से हुई तबाह, प्रशासन की तरफ से उचित समाधान ना मिलने के बाद गुस्साए ग्रामीण लोगों ने SDM आफिस के सामने डाला डेरा डाल दिया। मिली जानकारी के अनुसार सुबह महिलाएं और बच्चे भी धरने में शामिल होंगे। कुछ दिनों पहले पिछली बारिश में भी सोहली गाँव में भारी बारिश हुई थी जिसके बाद गाँव में करीब 15 से 20 करोड़ रुपयों का नुकसान हुआ था।

झलको झुंझुनू की टीम ने भी सोहली गाँव के लोगों की आवाज़ प्रशासन तक पहुंचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन अभी तक गरीब जनता को डेढ महीने पहले हुए नुकसान का मुआवजा नहीं मिला। फिर से बारिश हुई और बारिश ने जो तबाही मचाई उसके बाद जनता की उम्मीद टूटने लगी और थक हार के SDM आफिस के सामने धरना देना उचित समझा। ग्रामीण लोगों का कहना है कि जब तक मुआवजे पर सुनवाई नहीं, तब तक नहीं हटेंगे।

गाँव के लोगों में बहुत ज्यादा गुस्सा है, जब झलको झुंझुनू की टीम गाँव में पहुंचे तब ग्रामीणों ने अपना दर्द बयां किया और कुछ व्यक्ति रोने तक लगे और सब लोगों को कहना है कि नेता व अधिकारी सब लोग गाँव में आते है और अपने फॉर्मेलिटी पूरी करते है, जब इनसे ऑफिस में मिलने जाओ तो ये लोग सीधे मुँह बात भी नहीं करते है।

आखिर सवाल यह है कि आखिर कब गाँव के गरीब लोगों की परेशानी प्रशासन समझेगा और इनकी मदद करेगा। पूर्व और वर्तमान विधायक, जिला कलेक्टर और SDM सब अधिकारी आये लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।

इस मामले आपकी क्या राय है ?

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