यह गांव कहलाता है राजस्थान की फिल्म सिटी, बॉलीवुड की होती हैं फिल्में शूट- ये है खासियत!

Mandawa Village History: यूं तो राजस्थान अपने इतिहास और खूबसूरती को लेकर खूब मशहूर है। लेकिन राजस्थान के जिले झुंझुनू के अंतर्गत मंडावा गांव  (Mandawa Village) की बात ही कुछ अलग है। यह प्रदेश का अनोखा और सैलानियों का पसंदीदा गांव है। खास बात है कि इसके आगे बड़े-बड़े नगर और महानगर भी फीके पड़ जाते हैं। यही कारण है कि इसे राजस्थान की ‘फिल्म सिटी- Film City of Rajasthan’ भी कहा जाता है। आज हम आपको इसी गांव की कहानी बताएंगे, जो देशी और विदेशी सैलानियों की पहली पसंद तो बना ही इसके साथ ही बॉलीवुड भी इसके साथ बखूबी जुड़ा रहा है।

फाइव स्टार होटल से कम नहीं यह गांव

Mandawa Village History

मंडावा गांव (Unique Village of Rajasthan Mandawa Village) में जिस प्रकार से सैलानियों का स्वागत किया जाता है, वह वाकई दिलचस्प और सराहनीय है। उन्हें यहां वे तमाम सुविधाएं मिलती हैं जो किसी फाइव स्टार होटल में भी मिलना मुश्किल है। इसकी खास बात यह है कि इसे गांव की थीम पर क्रिएट करते हुए शहर की चकाचौंध को दिखाया गया है। राजस्थानी कल्चर की छाप यहां बखूबी देखने को मिलती है। राजस्थान के नक्शे में मंडावा अपना विशेष महत्व रखता है।

गांव का इतिहास

Mandawa Village History:

इतिहास के पन्ने खंगाले तो मालूम होता है कि मंडावा में राजपूतों ने संवत 1812  में गढ़ बनाकर यहां शासन करना शुरू किया था। यह ठाकुर शेखावत खांप के राजपूत थे। उन्होंने कायमखानी नवाबों से यह जगह अपने अधीन ली थी। इससे पहले यह छोटा सा गांव था, जो नवावों के अधिकार क्षेत्र में था। ऐसा बताया जाता है कि यहां एक समय मांडू जाट आकर बस गए थे। इसलिए इसे पहले मांडूवास भी कहकर बुलाया जाता था। बाद में यह नाम मांडुवा हुआ और उसके बाद मंडावा कहलाया।

देखने के लिए क्या-क्या है?

Unique Village of Rajasthan Mandawa Village)

मंडावा गांव में देखने के लिए बहुत कुछ है, यही कारण है कि सैलानी इस गांव की ओर रुख लेते हैं। सबसे पहले यहां मांडू जाट द्वारा बनाया गया एक कच्चा कुआं है, जो कि अपना ऐतिहासिक महत्व रखता है। मंडावा कस्बे के फतेहपुर बस स्टैंड पर मौजूदा प्राचीन हनुमान मंदिर के समीप गली में यह कुआं मौजूद है, लोग इसे कस्बे का प्रथम कुआं कहते हैं। इसके अलावा अन्य कुएं भी खूब मशहूर है। वैसे मंडावा इन कुओं के लिए अधिक जाना जाता है। जिन्हें यहां के महाजनों ने बनवाया था। ये कुएं प्राचीन तकनीक द्वारा बनवाए गए थे। इसके साथ ही गांव की खूबसूरती भी इस जगह को और आकर्षण का केंद्र बनाती है। वहीं, यहां की हवेलियां भी देश भर में सुप्रसिद्ध है। रंग-बिरंगी और भित्ति चित्रों से सजी ये हवेलियां बेहद खूबसूरत हैं। कुछ हवलियों का रेनोवेशन कर उन्हें होटल का रूप दे दिया गया है। ये हवेलीनुमा होटल फाइव स्टार होटलों को भी पीछे छोड़ देते हैं।

बॉलीवुड भी कर चुका है शिरकत

Mandaw Village History

पर्यटन स्थल के रूप में बदले हुए मंडावा पर जल्द ही बॉलीवुड ने भी कदम रखे और (Mandawa Village History) देखते ही देखते ही यह राजस्थान की मिनी फिल्म सिटी के रूप में पहचान बनाने लग गया।इस गांव में बॉलीवुड की जानी-मानी फिल्में- पीके, पहले, बजरंगी भाईजान, जब वी मेट और कच्चे धागे शूट की जा चुकी है।

मंडावा की पहचान राजस्थान के सबसे बेहतरीन हैरिटेज गांव के रूप में होती है। यहां के कलात्मक कुंए, बावड़ियां, छतरियां, हवेलियां और अन्य पुराने भवन ऐतिहासिक हैं। आज मंडावा की अर्थ व्यवस्था खेती बाड़ी से ज्यादा यहां के पर्यटन व्यवसाय के आधार पर टिकी है।

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