जोधपुर के राघव ने कोरोना मरीजों के लिए बनाया अद्भुत रोबोट, बिना डॉक्टर के करेगा पूरी देखभाल

कोरोना महामारी ने पिछले एक साल के अधिक समय से मानव जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। ना जाने कितने ही परिवार उजड़ गए तो कितरे बेघर हो गए, सरकारी आंकड़ें तो महज कागजों पर लिखी एक संख्या मात्र है।

कोरोना महामारी के दौरान फ्रंटलाइन वर्कर के तौर पर मेडिकल क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए कई चुनौतियां रही, उनके योगदान को इतिहास में कभी नहीं भुलाया जा सकता है।

वहीं कितने ही डॉक्टरों को हमनें खोया है, क्योंकि डॉक्टरों को मरीजों के पास जाना ही पड़ता है, लेकिन अब डॉक्टरों के लिए एक रामबाण खोज लिया गया है जिसकी मदद से उन्हें बार-बार मरीजों के पास नहीं जाना पड़ेगा।

जोधपुर के रहने वाले एंटरप्रेन्योर राघव शर्मा ने एक ऐसा रोबोट का प्रोटोटाइप ईजाद किया है जिसकी मदद से डॉक्टर्स और स्टाफ को इलाज के दौरान मरीज के पास बार-बार जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, इसे “कोरोना बोट” का नाम दिया गया है।

कोरोना बोट क्या है?

कोरोना बोट इस तरह का डिजाइन है जिसमें एक बॉक्स में दवाई और दूसरी चीजें रखकर मरीजों के पास भेज सकते हैं जिसे वॉइस कंट्रोल व मोबाइल से एप्प के जरिए ऑपरेट करते हैं। इस रोबोट को रोगी तक वार्ड में 20 फीट दूरी से काम में लिया जा सकता है। राघव ने घर पर ही कुछ पुराने सामान का इस्तेमाल कर इसे बनाया है जिसकी लागत 6-7 हजार आई है।

जोधपुर एम्स में हुआ ट्रायल

रोबोट का ट्रायल एम्स जोधपुर में हुआ जहां टीम ने पाया कि यह रोबोट मरीजों तक दवा, खाना और अन्य जरूरी चीजें पहुंचाने के लिए कारगर है।

अब 6 फीट का कोरोनाबोट है तैयार

एम्स जोधपुर में ट्रायल के बाद राघव ने अपने डिजाइन में कुछ बदलाव किए और अब उन्होंने एक 6 फीट ऊंचा ‘कोरोनाबोट’ बनाया है जिसमें दवा व अन्य सामान रखने की अलग से ट्रे बनाई गई है। नए डिजाइन में तापमान मापने के लिए थर्मोगन एवं निचले हिस्से में एक सैनिटाइजेशन चेंबर भी लगा है।

कुछ हटके हैं ये रोबोट

रोबोट बनाने वाले राघव कहते हैं कि मैंने इसे वोकल फॉर लोकल को ध्यान में रखकर बनाया है। वहीं वह इसे अन्य रोबोट से खास बताते हैं। उनके मुताबिक अभी तक जो भी रोबोट बने है वह गाड़ी की तरह चलते हैं लेकिन “कोरोनाबोट’ पूरी तरह से एक रोबोट के डिजाइन में बना हुआ है। वहीं यह 25 मिनट चार्ज होने के बाद ढाई से तीन घंटे तक चलाया जा सकता है।

खेल-खेल में बच्चों को सिखाते हैं एस्ट्रोफिजिक्स और रोबोटिक्स

रोबोट के बाद अब आपको राघव के बारे में बताते हैं जिन्हें यूथ पार्लियामेंट में राष्ट्रीय स्तर पर वक्ता के तौर पर चयनित किया जा चुका है। वहीं राघव Skillonation Edtech के फाउंडर जो बच्चों में सवाल पूछने की क्षमता और आईक्यू लेवल पर काम करती है। इसमें बच्चों को खेल-खेल में एस्ट्रोफिजिक्स, रोबोटिक्स, कोडिंग, आर्ट्स के गुर सिखाए जाते हैं।\

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