महावीर प्रसाद रसोड़े वाले खिलाते रोज 300-400 लोगों को मुफ्त में खाना, जवरी चंद गोलिया का दान पुण्य

जिंदगी में सबसे मुश्किल काम होता है दूसरों का पेट भरना। लेकिन कुछ लोग इसी काम को बेहद मन से करते हैं। कुछ लोग बिना किसी स्वार्थ के लोगों की मदद करने के लिए हमेशा आगे रहते हैं। बिना स्वार्थ और बिना किसी फायदे के आज भी भारत में कई लोग गरीबों की मदद कर रहे हैं। ऐसा ही एक उदाहरण है जोधपुर के जवरी चंद गोलिया।
दरअसल जवरी चन्द गोलिया ने कुछ साल पहले एक समिति बनाई समिति में 14 लोग सदस्य हैं। समिति का नाम रखा महावीर राम रसोड़े।

समिति तहत जवरी चन्द गोलिया और उनके साथी सुबह 9:00 बजे से लोगों को भोजन कराना शुरू करते हैं। उनकी माने तो वह हर रोज 300 से 400 लोगों को भोजन करवाते हैं। 6 साल पहले उन्होंने इस समिति की शुरुआत की थी। वह कहते हैं कि समिति बनाने के बाद थोड़ी समस्याओं का सामना जरूर करना पड़ा, लेकिन बाद में धीरे-धीरे सब कुछ ठीक हो गया। वे कहते हैं कि समिति बनाने के बाद कुछ लोगों ने पैसों से मदद करना शुरू किया और उन्होंने उन पैसों की मदद से लोगों को भोजन कराना शुरू कर दिया। जवरी चंद का कहना है कि अब हर महीने लोग अपने इच्छा के हिसाब से उन्हें दान दे देते हैं। दान आई हुई राशि सामान लेकर लोगों की मदद होती हैं।

जवरी चंद गोलिया महावीर राम रसोडें में हर रोज गरीबों को हलवा, दाल, सब्जी,चावल व रोटी का भोजन परोसा जाता हैं। वे कहते हैं कि भोजन करते हुए लोगों को खुद का बर्तन लाना पड़ता है। अगर कोई व्यक्ति अपना बर्तन नहीं लाता तो महावीर राम रसोडें लोगों को बर्तन मुहैया कराती है। खाना खाने के बाद धो करके हमें बर्तन वापस करने का रिवाज है। गोलिया जी और उनके समिति के लोग हर रोज लोगों को फ्री में भोजन करवाते हैं।

वे कहते हैं कि अगर कोई व्यक्ति खुद से भोजन बुक करवाता है तो उससे भोजन बनाने के जितने पैसे लगते हैं वह पैसे लिए जाते हैं। सुबह 5:00 बजे से ही हलवाई आकर के रोजाना भोजन की तैयारियां शुरू कर देते हैं। 9:00 बजे से जवरी चंद गोलिया और उनकी टीम लोगों को भोजन करवाती है

जवरी चंद गोलिया सबसे बड़ी बात कहते हैं कि भोजन करने वालों में हर जाति और धर्म का व्यक्ति आता है। गोलिया जी की मानें तो उन्होंने कभी भी किसी व्यक्ति से उसकी जाति धर्म और नाम नहीं पूछा। बस हर रोज निस्वार्थ भावना से लोगों को भोजन करवा रहे है। वे कहते हैं कि जिस तरीके से हम लोग जाति और धर्म के नाम पर बट गए हैं। वही हम और हमारी समिति खाना खिलाते हुए किसी व्यक्ति को जाति और धर्म में नहीं बटती। हम लोग पेट भरने की भावना से ही सेवा करते हैं।

गरीब की मदद सबको करनी चाहिए : जवरी चंद गोलिया लोगों को संदेश देते हुए कहते हैं, कि बचपन से हमारे माता-पिता ने हमें सिखाया था कि किसी व्यक्ति को भूखा नहीं जाने देना चाहिए। जब कोई व्यक्ति आपके दरवाजे तक आ जाए तो उसे बने ही एक रोटी या दो रोटी देकर उसकी मदद करनी चाहिए। बस इसी भावना से वह और उनके समिति यह काम कर रही है। वह लोगों को कहते हैं कि हम सभी को आगे आना चाहिए। किसी न किसी तरीके से दान करना चाहिए, अगर हम लोग किसी व्यक्ति की मदद करने में सक्षम है तो उसकी मदद करनी चाहिए। लोगों की मदद करने से ही हम समाज को सुधार सकते हैं

जवरी चंद गोलिया और उनके समिति के सदस्य जो काम कर रहे हैं, वह काबिले तारीफ है। लोगों की पेट भरने का काम करना सबसे पुण्य का काम माना जाता है । उनकी समिति के सदस्य हर रोज इस काम को निस्वार्थ और सच्ची भावना से कर रहे हैं। उनकी कहानी सुनकर हम लोगों को भी सेवा भाव से लोगों की मदद करने का मन में विचार करना चाहिए।

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