कोचिंग सिटी के ‘जनक’ और कोचिंग क्लासेस के बादशाह वीके बंसल सर ने दुनिया को अलविदा कहा

दुनिया भर में अपने कोचिंग इंस्टिट्यूट का नाम करने वाले, हजारों बच्चों को आईआईटी पहुंचाने वाले, शिक्षा में एक ऊंचा मकाम पाने वाले वी.के बंसल सर ने दुनिया को अलविदा कह दिया। कोटा कोचिंग इंस्टिट्यूट मैं पढ़ाने वाले वीके बंसल सर ने सोमवार को इस दुनिया को अलविदा कह दिया। अपने घर की डाइनिंग टेबल से कुछ बच्चों को पढ़ा कर पहले साल में 10 बच्चों को आईआईटी पहुंचा कर। दूसरे साल में 50 बच्चों को आईआईटी पहुंचा कर फिर 35 साल के सफर में 25 हजार बच्चों को आईआईटी पहुंचाने वाले वीके बंसल सर कोविड-19 की चपेट में आ गए।

उनके बेटे ने बताया कि उनके पिता को 20 दिनों पहले कोरोनावायरस ने अपनी जकड़ में ले लिया था। जिसके बाद उनकी रिपोर्ट नेगेटिव भी आ गई थी,लेकिन सोमवार को फेफड़ों में तकलीफ होने के कारण सुबह 3:30 बजे हमारे पिता हमें छोड़ कर चले गए। वीके बंसल का जन्म 26 अक्टूबर 1949 को झांसी मध्य प्रदेश में हुआ था।

राजस्थान के कोटा शहर को राजस्थान एजुकेशन सिटी भी कहा जाता है। यहां तक कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में ओम बिरला को अध्यक्ष बनाते समय यह भी कहा था कि शिक्षा की काशी कोटा से आए हुए ओम बिरला। यहां हर साल दुनिया भर से लगभग 2 लाख बच्चे आईआईटी और मेडिकल की परीक्षाओं के लिए कोचिंग करने आते हैं। कोटा कोचिंग क्लासेस को दुनिया में पहचान दिलाने वाले, कोचिंग क्लासेस की नींव रखने वाले वीके बंसल कोरोना से जं’ग लड़ते लड़ते जिंदगी ही हार गए। जैसे ही उनके सभी छात्रों को इसकी सूचना मिली तो सोशल मीडिया पर उनके सभी छात्रों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।

25 हजार बच्चों को आईटी पहुंचाने वाले बंसल सर ने खुद की पढ़ाई लालटेन से की थी। उनके छात्र बताते हैं कि वह हमेशा कड़ी मेहनत और परिश्रम को तवज्जो देते थे। बंसल सर 1971 में बीटेक पूरी करने के बाद कोटा जेके सिंथेटिक उद्योग में सहायक इंजीनियर के तौर पर काम किया करते थे। लेकिन साल 1991 में उन्हें मस्कु’लर डिस्ट्रॉ’फी नामक बीमारी ने जकड़ लिया और वह नौकरी से रिटायर हो गए। जिसके बाद डॉक्टर ने यह तक भी कहा कि यह अब 15 से 20 साल ही और जी पाएंगे। अगर वह घर से कोचिंग देना चाहे तो कर सकते हैं। इसी के बाद बंसल सर ने कोटा में बच्चों को पढ़ाना शुरू किया और देखते ही देखते बन गए कोचिंग क्लासेस के बादशाह।

बंसल सर को लोकसभा स्पीकर ओम बन्ना ने भी श्रद्धांजलि दिए ओम बिरला ने लिखा:- “बंसल क्लासेज के निदेशक श्री वीके बंसल जी का निधन समूचे शैक्षणिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने अपना जीवन शिक्षा की उन्नति और विद्यार्थियों के उन्नयन को समर्पित किया। उनसे पढ़े हजारों विद्यार्थी विश्व में भारत का नाम रौशन कर रहे हैं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।दुख और पीड़ा की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवार के साथ हैं। ॐ शांति!!!”

उनकी खबर सुनते ही पूरे कोचिंग जगत में दुख की लहर छाई हुई हैं।

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