भारत के यो’द्धा रिटायर्ड ब्रिगेडियर रघुवीर सिंह जी को सच्ची श्रृद्धांजलि देती असली दास्ताँ

राजस्थान के टोंक जिले के मालपुरा तहसील क्षेत्र के सोडा गांव के रहने वाले महावीर चक्र से सम्मानित रिटायर्ड ब्रिगेडियर रघुवीर सिंह ने 98 साल की उम्र में अंतिम सांस ली है। आपको बताएं 2 नवंबर 1923 को सोडा गांव में जन्मे रघुवीर सिंह बहादुर और निडर सैनिक थे।रघुवीर सिंह ने 22 मार्च 1942 को ज्वाइन किया था। सेना में भर्ती होने के बाद उन्होंने देश-विदेश में अपनी सेवाएं दी थी।

साउथ कोरिया, नॉर्थ कोरिया, जापान, हांगकांग,  सिंगापुर,गाजी पट्टी व मिस्त्र जैसी जगह पर उन्होंने अपनी सेवाएं दी थी। इसके अलावा 22 नवंबर 1945 को वह सवाई मानसिंह गार्ड जयपुर में सेना कमीशन का भी हिस्सा रहे थे। साल 1943 से 1974 तक उन्होंने सेकंड वर्ल्ड वॉ’ र में भी हिस्सेदारी ली थी।

1965 की जं’ग भूल पाना नामुमकिन

ब्रिगेडियर रघुवीर सिंह ने 1965 भारत पा’किस्तान जं’ग में भारत माता का मान बढ़ाया था। आपको बताएं पंजाब के खेमकरण ला’हौर सेक्टर से उत्तर की लड़ाई में राजपूताना राइफल की बटालियन की कमांडर के रूप में लेफ्टिनेंट कर्नल रघुबीर सिंह ने टैं’ क के बीच में गो’ ला बारी की बौछार को झेलते हुए पा’क के सशस्त्र डिवीजन पर ह’ मला कर दिया था। उस वक्त रघुवीर सिंह ने 20 पैटर्न टैं’ क को ध्व’स्त कर दिया था।

कई पुरस्कारों से हो चुके है सम्मानित 

उनकी इस बहादुरी और साहस के लिए 7 सितंबर 1965 को राष्ट्रपति द्वारा उन्हें गैलंट्री पुरस्कार महावीर चक्र से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा रिटायर्ड ब्रिगेडियर रघुवीर सिंह को राष्ट्रपति से पुरस्कार व मेडल भी मिले हैं। इसके अलावा उन्हें कई प्रशासित पत्रों से भी सम्मानित किया जा चुका है।

बांग्लादेश जंग में भी अहम भूमिका 

वही आपको बताए तो महावीर चक्र विजेता ब्रिगेडियर रिटायर्ड रघुवीर सिंह ने 1971 में बांग्लादेशी जं’ग के दौरान भी अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने बांग्लादेश जं’ग के दौरान लाखों बंदियों की निगरानी कैंप का नेतृत्व किया था।

मुख्यमंत्री गहलोत ने जताया दुख 

ब्रिगेडियर रघुवीर सिंह के निधन पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दुख जताया है उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि मुझे टोंक राजस्थान के रहने वाले महावीर चक्र से सम्मानित रिटायर्ड ब्रिगेडियर रघुवीर सिंह के नि’धन का समाचार प्राप्त हुआ। उनके नि’धन के समाचार से बेहद दुखी हूं। भारत पाकिस्तान 1965 जं’ग के दौरान उनके साहस को कभी भुला नहीं जा सकता। भगवान उनके परिवार को दुख सहने की हिम्मत दें। साथ ही अपने चरणों में उस दिवंगत आत्मा को जगह प्रदान करें।

पूर्व मुख्यमंत्री ने भी जताया दुख 

राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी ट्वीट करते हुए लिखा कि महावीर चक्र विजेता रघुवीर सिंह जी के नि’धन का समाचार मिला। उन्होंने भारत पाकिस्तान के जं’ग में शौर्य और साहस से देश की सेवा की थी। देश सदैव उन्हें नमन करेगा। ईश्वर दिवगंत आत्मा को शांति प्रदान करें।

इसके अलावा ब्रिगेडियर रघुवीर सिंह के परिवार के बारे में बताएं तो उनके बेटे मेजर संग्राम सिंह और नरेंद्र सिंह है। साथ ही उनके बेटे नरेंद्र सिंह की बेटी छवि सोडा गांव की दो बार सरपंच भी रह चुकी है। उनकी पोती छवि को गांव के विकास के लिए भी पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।

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