उत्तर प्रदेश की बिटिया उड़ाती राफेल लड़ाकू विमान, लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह की कहानी भर देगी जोश

अपने परों को खोल, जमाना उड़ान देखता है।
जमीन पर बैठे-बैठे क्या, आसमान देखता है।

दोस्तों आज मैं आपको एक ऐसी शख्सियत से रूबरू करवा रहा हूं। जिसने नारी की इज्जत को असीम ऊंचाइयों तक पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। जिसने दुनिया को यह एहसास करवा दिया है कि नारी किसी भी सूरत में पुरुष से कम नहीं है।

परिवार और परिचय।
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शिवांगी के पिता कुमारेश्वर सिंह टूर एंड ट्रेवल्स का काम करते हैं। उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के फुलवरिया गांव (Fulwariya Village) की रहने वाली शिवांगी सिंह बचपन से ही आसमान में उड़ना चाहती थी। मां सीमा सिंह कहती है कि मेरी बेटी बचपन से ही नटखट स्वभाव की थी, और चिड़ियों की तरह उड़ना चाहती थी।

शिवांगी सिंह ने विज्ञान में स्नातक के दौरान एयर एनसीसी जॉइन किया था। उन्होंने सबसे पहले बीएचयू में विमान उड़ाने की ट्रेनिंग ली। इनके नाना भी पहले वायु सेना में थे, उनकी प्रेरणा लेकर शिवांगी सिंह वायु सेना में भर्ती हो गई।

राफेल लड़ाकू विमान उड़ाने वाली भारत की पहली और एकमात्र महिला पायलट ने गणतंत्र दिवस की परेड में हिस्सा लेकर बेटियों की ताकत का एहसास कराया। वह गणतंत्र दिवस की परेड में राफेल के साथ में दिखाई दी। बनारस की बेटी शिवांगी सिंह राफेल लड़ाकू विमान उड़ाने वाली इकलौती महिला पायलट है।

सेवा का प्रकार।
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शिवांगी सिंह (Shivangi Singh) को शॉर्ट सर्विस कमिशन (Short Service Commision) पायलेट प्रवेश योजना के तहत भारतीय वायु सेना में शामिल किया गया था। वाराणसी से ताल्लुक रखने वाली शिवांगी सिंह 2017 में भारतीय वायु सेना में शामिल हुई थी,और महिला लड़ाकू विमान पायलटों के वायु सेना के दूसरे बैच में शामिल हुई थी।

राफेल उड़ाने से पहले वह mig-21 बायसन विमान उडाती रही है। वह पंजाब (Punjab) के अंबाला (Ambala) स्थित वायुसेना के गोल्डन एरोज स्क्वाड्रन (Golden Arrows Squadron) का हिस्सा है। वायु सेना की झांकी का शीर्षक “भारतीय वायु सेना” भविष्य के लिए परिवर्तित है। झांकी में मिग-21,जी नेट,और हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर तथा राफेल विमान के स्केल डाउन मॉडल के साथ अश्लेसा मॉडल भी प्रदर्शित किए गए थे।

राफेल लड़ाकू विमान (Rafale Fighter Plane) का पहला बैच 29 जुलाई 2020 को मिला था। फ्रांस (France) से खरीदे गए 36 लड़ाकू विमानों के सौदे में अब तक 32 लड़ाकू विमान भारत पहुंच चुके हैं। बाकी चार, अप्रैल तक पहुंचने के आसार है। शिवांगी सिंह राफेल फाइटर लड़ाकू विमान उड़ाने मेंएक मात्र इकलौती और सबसे ताकतवर महिला के रूप में शामिल हुई है।

अन्य।
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शिवांगी सिंह गणतंत्र दिवस की परेड का हिस्सा बनने वाली दूसरी महिला पायलट है। इससे पहले 2021 में फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कंठ इस झांकी का हिस्सा बन चुकी है।

अपने विचार।
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हिम्मत बिन कीमत नहीं,
कीमत बिना ना काज।
वोही पंजा चील के,
वोही पंजा बाज।

विद्याधर तेतरवाल,
मोतीसर।

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