इस कारण से हिमालय के ऊपर से उड़ान नहीं भरते यात्री विमान, वजह जान रह जाएंगे भौचक्के

दोस्तों हिमालय की सुंदरता और उसकी ऊँचाई हमें हमेशा से ही आकर्षित करती हैं. पहाड़ों पर जाना किसे नहीं पसंद होता. इसके अलावा एक दूसरा आकर्षण होता है हवाई जहाज की यात्रा. धरती को इतनी ऊँचाई से देखना भी अपने आप में अनोखा अनुभव होता है. अब ऐसे में क्या हो अगर ये दोनों अनुभव आप एक साथ ले पाए. आपको सोचकर ही अच्छी feeling आ रही होगी पर हकीकत में में ये किसी ख्याली पुलाव या सपने जैसा है.

क्योंकि हकीकत में में हिमालय के ऊपर से विमान उड़ाए ही नहीं जाते. इस तथ्य के बारे में सुनकर आपके भी होश उड़ गए होंगे. लेकिन क्या आपको पता है कि आखिर ऐसा क्यों? कि हिमालय के ऊपर से प्लेन उड़ाए ही नहीं जाते 

हिमालय का मौसम : 

दोस्तों हिमालय को air route से बाहर रखने की सबसे पहली वजह है यहाँ का मौसम. हिमालय का मौसम विमानों के लिहाज से बिल्कुल भी ठीक नहीं होता. क्योंकि यहाँ का मौसम बहुत जल्दी जल्दी बदलता रहता है जो विमानों के लिए काफी ख’तरनाक हो सकता है. दरअसल ऊँचे पहाड़ों की वजह से यहाँ पर बेहद तेज हवाएं चलती हैं. यहाँ पर चलने वाली हवाओं की speed किसी jet plane जितनी ही होती है. और ये तेज speed में चलने वाली हवाएँ aeroplanes को बुरी तरह da’mage कर सकती हैं. 

इतना ही नहीं हिमालय पर चलने वाली हवाओं में तो इतनी शक्ति है कि ये पूरे के पूरे plane की दिशा ही बदल सकती हैं. यहाँ तक कि आसमान से किसी पहाड़ी छोटी पर ला पटकेगी. इसलिए हिमालय का मौसम ठीक ना होने की वजह से इसे flying zone में रखना बिल्कुल भी safe नहीं है. 

हिमालय की ऊँचाई : 

हिमालय को न fly zone में रखने की दूसरी वजह है इसकी height. हिमालय की ऊँचाई करीब 7 हजार मीटर है और विमान आम तौर पर 9 से 10 हजार मीटर की height पर उड़ान भरते हैं. असल में इतने कम difference से aeroplane उड़ते समय तो कोई problem नहीं आती लेकिन अगर कभी emergency landing करवानी पड़ जाए तो विमान और पहाड़ों के ऊंचाई के बीच का ये कम अंतर ही काफी खतरनाक साबित होगा. मान लीजिए अगर कभी आपातकाल की स्थिति बनी और pilot और crew को plane को auto mode पर डालना पड़ा तो ऐसे में plane पहाड़ की चोटियों से टकरा कर crash भी हो सकता है. 

विमान में oxygen की limited supply : 

दोस्तों जैसा कि आपको भी पता ही होगा कि plane में passengers की seat पर oxygen mask दिए जाते हैं ताकि किसी विषम परिस्थिति के समय यात्री इस oxygen का इस्तेमाल कर के landing होने तक survive कर सकें. लेकिन आप में से कुछ ही लोगों को पता होगा कि ये oxygen supply limited होती है. आपातकाल की स्थिति में विमान में यात्रियों के लिए सिर्फ 20-25 मिनट की ऑक्सीजन मौजूद होती है. और pilots को इतनी ही देर में विमान को सुरक्षित ऊँचाई तक लाना होता है.

Normal जगहों पर विमान को ऐसी परिस्थितयों में निर्धारित समय में 9-10 हजार मीटर की ऊंचाई से 2500 से तीन हजार मीटर की ऊंचाई तक आना होता है, जहाँ वातावरण सामान्य हो जाता है और लोगों को सांस लेने में तकलीफ नहीं होती. लेकिन अगर विमान हिमालय के ऊपर से गुजर रहा हो तो वो इतने कम time में  9-10 हजार मीटर की ऊँचाई पर आ ही नहीं पाएगा.

Temperature And Pressure : 

हिमालय के ऊपर के हिस्से को no fly zone में रखने की अगली वजह है temperature और pressure. आपने गर्मी के मौसम में कार में AC चला कर जाने के दौरान के कई बार notice किया होगा कि जब कभी आपको कार से बाहर जाना पड़ता है तो बाहर के गर्म मौसम आपको ज्यादा चुभता है. अब सोचिए अगर temperature ka का यही बदलाव ज्यादा और तेजी से हो तो उसका effect भी काफी ज्यादा होगा ना. plane के अंदर हम humans के रहने लायक environment artificially create किया जाता है और इस पर plane के बाहर के environment का असर ना हो इसलिए हवाई जहाज की खिड़कियाँ हमेशा बंद रखी जाती है।

क्या आप जानते हैं, अगर planes के अंदर extra pressure ना create किया जाए तो दस हजार किलोमीटर से अधिक ऊँचाई पर इंसान का survive करना भी असंभव है। लेकिन normal जगहों पर plane के बाहर का temperature और pressure उतना तेजी से नहीं बदलता जितना कि हिमालय पर. हिमालय के इलाकों में मौसम में होने वाले बदलाव और हवा की असामान्य स्थिति के कारण विमान पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है. जिससे विमान में सफर कर रहे यात्रियों को भी भारी नुकसान हो सकता है.  

पर्याप्त Navigation की सुविधा का ना होना : 

ये तो हम सब जानते हैं कि एक safe हवाई यात्रा के लिए navigation कितना important हैं.  अपनी पूरी journey के दौरान plane को air control के संपर्क में रहना पड़ता है. Aircraft की position को समय समय पर track और control किया जाता है. ताकि मौसम change होने या किसी खतरे की स्थिति में plane को alert किया जा सके. लेकिन himalayan region में nevigation की proper सुविधा उपलब्ध नहीं है. और ऐसे में अगर कोई emergency situation उत्पन्न होती है तो हिमालय के ऊपर उड़ रहा विमान air control के साथ संपर्क नहीं कर पायेगा. 

Emergency Landing Possible नहीं : 

दोस्तों plane में यात्रा करना जितना आकर्षण होता है उतना ही risky भी. कई बार ऐसा होता है जब plane को emergency landing करवानी पड़ती है. और ऐसी situations में  विमानों को कम से कम समय में नजदीकी एयरपोर्ट पर emergency landing करनी पड़ जाती है. जबकि हिमालय के इलाकों में दूर-दूर तक कहीं कोई एयरपोर्ट मौजूद ही नहीं है. इसलिए यहाँ पर emergency landing के तो कोई options ही नहीं है. यही कारण हैं कि विमानों को बेशक घूम-फिरकर जाना पड़ जाए लेकिन वे हिमालय के ऊपर से उड़ान नहीं भरते.

Paranormal activities : 

दोस्तों अभी तक हमने हिमालय के ऊपर से हवाई यात्राओं को ban करने के जितने भी reasons देखे वो सभी scientific थे. लेकिन कुछ ऐसी वजहें भी है जिन पर scientist ने अभी तक मुहर तो नहीं लगाई है पर वे इन कारणों को नकार भी नहीं पाए हैं. कई दावों के हिसाब से हिमालय पर para normal activities देखी गयी हैं और  कुछ लोग तो

ये भी मानते हैं कि हिमालय पर aliens हैं. और इसी वजह से Parapsychology विशेषज्ञों का मानना है कि planes को हिमालय के ऊपर से उड़ने की इजाजत देना safe नहीं है. हालांकि इन कारणों पर science की मुहर नहीं लगी है इसलिए आप इसको authentic reason तो नहीं कह सकते. आपको क्या लगता है क्या सचमुच हिमालय पर कोई paranormal शक्ति या aliens होंगे कंमेंट करके हमें बताइए. 

तो ये थी वो वजहें जिनकी वजह से हिमालय को no fly zone में रखा गया है और उसके ऊपर से यात्री विमानों का गुजरना प्रतिबंधित किया गया है.  आपको क्या लगता है क्या future में हम कोई ऐसी technology develop कर पायेंगे जिससे हम हिमालय के ऊपर से भी हवाई विमानों का route define कर पायेंगे. आपको हमारी ये जानकारी कैसी लगी? अपना जवाब हमें comment कर के बताइए.

Add Comment

   
    >
राजस्थान की बेटी डॉ दिव्यानी कटारा किसी लेडी सिंघम से कम नहीं राजस्थान की शकीरा “गोरी नागोरी” की अदाएं कर देगी आपको घायल दिल्ली की इस मॉडल ने अपने हुस्न से मचाया तहलका, हमेशा रहती चर्चा में यूक्रेन की हॉट खूबसूरत महिला ने जं’ग के लिए उठाया ह’थियार महाशिवरात्रि स्पेशल : जानें भोलेनाथ को प्रसन्न करने की विधि