क्या आप जानते है हवाईजहाज में इतनी सारी लाइट्स क्यों लगी होती हैं? दिमाग हिला देंगे ये तथ्य

दोस्तों आपको याद ही होगा कि कैसे बचपन में जब हम आसमान से किसी हवाई जहाज को गुजरते हुए देखते थे या फिर कभी एयरोप्लेन की आवाज़ सुनते थे तो आसमान में उसे तलाशने की कोशिश करते और उसके बाद उसे तब तक देखते रहते जब तक वो आँखों से ओझल ना हो जाता। जब भी आसमान से प्लेन को गुजरते हुए देखते होंगे तो पक्का सोचते होंगे कि आखिर ये हवा में उड़ कैसे जाता है। खैर बड़े होने के बाद हम सभी को हवाई जहाज के बारे में अपने कई सवालों के जवाब मिल भी गए। अब हम जानते हैं कि प्लेन कैसे उड़ता है आप में से कई लोगों ने तो प्लेन में सफर भी कर ही लिया होगा।

लेकिन प्लेन के बारे में अभी भी कई ऐसी बातें हैं जिनके बारे में आपको नहीं पता होगा। जैसे कि प्लेन उड़ाने के नियम और टेक्नोलॉजी के बारे में। खैर आज हम आपको इतनी कठिन और टेक्निकल चीजों के बारे में नहीं बताने वाले, पर क्या आपने कभी रात में प्लेन को आसमान से गुजरते हुए देखा है तो आपने इसमें जलने वाली लाइट्स को भी जरूर ही नोटिस किया होगा। हम सिर्फ लाइट्स देखकर पहचान जाते हैं कि ये एयरोप्लेन है पर क्या आपने कभी ये सोचा है कि आखिर प्लेन में ये लाइट्स लगी क्यों होती है ? अब आप कहेंगे ये कैसा अजीब सवाल हुआ भाई! जब प्लेन को रात में भी आसमान में उड़ना है तो रास्ते की दृश्यता के लिए इसमें लाइट्स तो चाहिए ही होगी ना, लेकिन प्लेन में लगी इन लाइट्स का फंडा इतना भी सिंपल नहीं है जितना कि आप सोच रहे हैं।

हवाई जहाज में भी कई तरह की लाइट्स लगी होती है। फ्लाइट के टेक ऑफ करने से लेकर उसकी लैंडिंग तक हर तरह की लाइट्स का अलग-अलग इस्तेमाल होता है और आज के इस आर्टिकल में हम आपको प्लेन में लगी इन्हीं अलग अलग types की लाइट्स के बारे में  बतायेंगे।

Taxi Lights (टैक्सी लाइट: रनवे देखने के लिए)  

टैक्सी लाइट्स मध्यम इंटेंसिटी वाली लाइट्स होती हैं जिसे लैंडिंग गियर स्त्रौत के बिल्कुल सिरे यानी नोज पर ही लगाया जाता है। इन लाइट्स का इस्तेमाल आपको थोड़ा थोड़ा इनके नाम से ही समझ आ जाएगा। अब देखिए जैसा कि हम जानते ही हैं कि टैक्सी तो रोड् पर चलती है फिर किसी एयरक्राफ्ट की लाइट का नाम टैक्सी लाइट रखने का क्या मतलब हुआ लेकिन शायद आप ये भूल रहे हैं कि प्लेन उड़ने से पहले रनवे पर दौड़ता भी तो है और फ्लाइट में लगी इन टैक्सी लाइट का इस्तेमाल हवाई जहाज के टैक्सी मोड यानी रनवे पर दौड़ने के समय ही प्रयोग की जाती है। 150 volts वाली की इन लाइट की मदद से पायलट्स को रनवे को देखने में मदद मिलती है। फ्लाइट को टैक्सी क्लीयरेंस मिलते ही पायलट टैक्सी लाइट जला देता है, इससे रनवे पर लगी लाइट्स चमकने लगती हैं और पायलट को रनवे देखने में मदद मिलती है।

Take Off Or Runway Turn Off Lights- 

दोस्तों अगर टैक्सी लाइट से तुलना करें तो प्लेन में लगी टेक ऑफ लाइट्स अपेक्षाकृत ज्यादा चमकीली होती हैं। ये लाइट्स प्लेन के Take Off के समय ही जलाई जाती हैं। रनवे टर्न ऑफ लाइट का एंगल थोड़ा चौड़ा होता है इसकी मदद से पायलट रनवे को सही तरह से देख पाते हैं।

Wing Scan Lights   

विंग का मतलब होता है पंख और यहाँ पर भी हम प्लेन के ही पंख की बात कर रहे हैं तो आप नाम से ही समझ रहे होंगे कि विंग स्कैन लाइट्स वो लाइट्स होती हैं जो Wings पर लगी होती हैं और इनका इस्तेमाल भी यही होता है कि इनकी मदद से प्लेन के विंग्स की जाँच करना काफी आसान हो जाता है।

एयरलाइन के ग्राउंड क्रू और मेंटेनेंस स्टाफ को इन लाइट्स से विंग पर किसी भी समस्या का पता चल जाता है, विंग फ्लाइट का संवेदनशील हिस्सा होता है जिसे सुरक्षित रखना बड़ी जिम्मेदारी है। इसी वजह से विंग्स पर लाइट लगाई जाती हैं, ताकि take off करते समय अंधेरे में भी पायलट को पूरा जहाज स्पष्ट तौर पर दिखे।

Anti-collision beacon lights –

जैसा कि इन लाइट्स के नाम से ही पता चल रहा है कि इन लाइट्स का इस्तेमाल aircraft को टकराव से बचाने के लिए किया जाता है। ये रोटेट करने वाली coloured बीकन lights होती हैं जो कि प्लेन के टॉप और बॉटम में लगाई जाती हैं। इन लाइट्स का इस्तेमाल ये होता है कि ये लाइट्स अन्य एयरप्लेनस के लिए एक तरह का इंडिकेटर होती हैं ताकि रात के टाइम में दो एयरप्लेनस के बीच टक्कर ना हो।

Anti-collision beacon lights

चमकीले नारंगी रंग की ये लाइट्स पहले इंजन के शुरू होने के साथ जलाई जाती हैं और आखिरी इंजन के बंद होने के साथ बंद कर दी जाती हैं। इसके अलावा एयरपोर्ट पर साफ-सफाई या देख-रेख करने वाले क्रू के लिए ये लाइट्स मददगार होती हैं. इससे ही ग्राउंड क्रू को पता चल जाता है कि हवाई जहाज पूरी तरह से बंद हो गया है।

Navigation lights –

ये लाइट्स भी प्लेन में काफी महत्वपूर्ण होती हैं। आम तौर पर किसी भी हवाई जहाज में नेविगेशन के लिए 3 लाइट्स लगी होती हैं जिनका इस्तेमाल उड़ते हुए जहाज की दिशा निर्धारित करने के लिए किया जाता है। पायलट की तरफ लगी पहली लाइट हरी रोशनी में चमकती है, वहीं दूसरी तरफ लाल रंग की लाइट होती है. और फ्लाइट की पूंछ में सफेद लाइट लगी होती है.

इन लाइट्स के जरिये ही दूसरे हवाई जहाज का पायलट यह जान पाता है कि सामने नजर आ रही फ्लाइट किस दिशा में उड़ रही है।

Logo Lights –

दोस्तों जब कोई भी कंपनी अपना कोई भी प्रोडक्ट बनाती है तो अपनी पहचान के लिए लोगो (Logo) भी जरूर लगाती है। प्लान्स के केस में भी यही होता है फ्लाइट सर्विस देने वाली हर कंपनी का अपना (लोगो) Logo प्रदर्शित करने के लिए जो लाइट्स लगाती है उन्हें ही लोगो लाइट्स (Logo Lights) कहा जाता है। इसके जरिये अंधेरे में भी पता चल पाता है कि किस कंपनी का हवाई जहाज उड़ रहा है लोगो लाइट्स प्लेन के पिछले भाग में सीधे खड़े पंख या फिन पर लगी होती हैं।

logo lights

यह लाइट एक तरह से कंपनी का प्रचार भी करती है। प्लेन में logo lights को लगाना कानूनी रूप से तो जरूरी नहीं है पर मार्केटिंग के लिहाज से काफी इम्पोर्टेन्ट हो जाता है और कंपनियाँ ही अपने प्रचार के लिए इन्हीं लोगो लाइट्स का इस्तेमाल करती हैं और आपको लगभग हर प्लेन में logo lights देखने को मिल ही जायेगी।

Landing lights- 

बाकी की लाइट्स की ही तरह हवाई जहाज में लैंडिंग लाइट का भी काफी महत्व होता है जहाज को लैंड कराते समय आसमान और रनवे को clearly देखने के लिए इन लाइट्स का इस्तेमाल किया जाता है कम रोशनी वाले रनवे पर इन वाइट कलर की लाइट्स का का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है।

landing lights

ये लाइट्स हवाई जहाज में कभी विंग्स के नीचे, कभी विंग्स की बाहरी सतह पर भी लगी होती है।

तो ये सब थी एयरप्लेन में लगी अलग अलग प्रकार की लाइट्स और उनके इस्तेमाल की वजह. इनमें से कौन सी एयरप्लेन लाइट आपको सबसे ज्यादा अच्छी लगी अपना जवाब हमें comment करके बताइए।

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